Why Lakshmi and Ganesh are worshiped in place of Ram on Diwali

भारत बर्ष में दिवाली Why Lakshmi and Ganesh are worshiped in place of Ram on Diwali पर्ब को बहत ही आनद उल्लास के साथ मनाया जाताहे, ये पर्ब कार्तिक महीना की आगमन के साथ किया जाता हे ।
सभी माससे कार्तिक महीना को धार्मिक महीना भी माना जाता हे इसीलिए इस महीने कोई सरे धार्मिक अनुस्ठान और करज्य भी होते हे ।
पुरे साल में सबसे ज्यादा त्यहार इस महिनाको पालन किया जाता हे ।
हिन्दू शास्त्र के अनुसार मरज्यादा पुरुष प्रभु श्री रामचंद्र असुर कुलकी देबता लंकापति रबन को बोध करके इसी दिन को अजध्या लौटे थे ।
भगबान रघुपति 14 बर्ष की बनबाश कस्ट को सह्य करके अपनी राज्यको लौटेनेकी खुसी में अजध्या बसी बड़े ही खुसीके साथ दीपक जलाकर खुशियां मनाये थे ।
राम की जगा क्यों लक्ष्मी और गणेश की पूजा की जाती हे ?
अब तो आप जान गई दिवाली के दिन भगबान राम, सती सीता और अनुज लक्ष्मण बहत बर्ष के बाद अपनी राज्य को लौटेनेकी कारन उनकी प्रजा ने Diwali दिप जल कर मनाई।
लेकिन बात ये हे की उसी दिन क्यों ये तीनो के जगा माता लक्ष्मी, उनकी पुत्र श्री गणेश और बिद्या दात्री सरस्वती की पूजा की जाती हे चलिए जानते हे उसकी बारे में ।
जब समुद्र मंथन हुआ था उसके द्वारा देबता और राक्षस के बिच में बहत समय जुद्ध होता रहता था । कभी राक्षस ने देबाताओं की ऊपर भरि पड़ते थे तो कभी देबताने राक्षस की ऊपर ।
एक दिन ऐसा आया देबतायों ने राक्षसों की ऊपर भरि पद गई जिसके कारन सभी राक्षसने भाग कर पाताल लोक में चुप गई ।
उन सभी को पत्ता हे की उनकी पास इतना शक्ति नहीं जिसके द्वारा देबताओं को हरा सके ।
इस तरह असुर ने इसीलिए सोचते थे क्यों की देबता की पास सपक्ष देनेकेलिए माता लक्ष्मी थी इंद्रा लोक में 8 रूप के साथ । देबताओं की पास लक्ष्मी होने की कारन उनकी अंदर अहंकार आएगी ।
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How to celebrate Diwalli in Hindi
एक दिन की बात दुर्बासा ऋषि समामन की मॉल पिँधकर देबालक की तरह जा रही थी उसी रास्ता में देबराज इंद्रा उनकी बाहन हाती के साथ आती थी ।
ये देख कर ऋषि खुस होक अपनी गले से माला उतार कर इन्द्रराज की तरफ फीका ।
अभी बात ये हे की उन्हने ऋषि को शन्मान देतेहुए माला को सम्भाल नहीं पाया और हाती की शिर ऊपर माली गिर गई।
जिसके द्वारा गजराज को कुछ अलग अनुभब हुई और व अपनी शिर को हिला दिआ जिसकी कारन माली जमीं पर गिर गई और पूरी तरह से इधर उधर हो गई ।
Why Ram is worshiped on Diwali in hindi
ये देख कर ऋषि ने क्रोधित होके अभिशाप देतेहुए कहा जिसके कारन तू इतना अंहकार हो व तुरंत पाताल लोक चालिजाएगी ।
आपकोतो पत्ता हे उनकी पास देबि लक्ष्मी थी, अभिशाप के कारन लक्ष्मी पाताल लोक पर चलीगई इसके द्वारा इंद्रा के साथ सभी देबताओं ने कमजोर होगी ।
माता लक्ष्मी को सभी राक्षसों ने देख कर बहत खुसी हुई । अब उनकी अंदर साहस आगई लड़ाई करने केलिए ।
उसके बाद सभी असुर ने इंद्रलोक पानेकी जुगाड़ में लग गई ।
उधर से सभी देबताओं ने माता लक्ष्मी को वापस लानेकेलिए देबराज इंद्र, देबगुरु बृहस्पति और अन्य देबताके साथ भगबान ब्रह्मा के पास पहंचे ।
उन्हने सभी घटना को अनुध्यान करके देबि को वापस लेन केलिए समुद्र मंथन की रास्ता बताई ।
उसकेबाद देबता और राक्षस के बिच में समुद्र मंथन हुई हजारो साल चलते हुए इस मंथन के बाद माता लक्ष्मी निकली ।
माँ लक्ष्मी समुद्र मंथन से आते हुए देख कर सभी देबताओं हात जुड़ कर रहे थे उसीके साथ भगबान बिष्नु भी आराधना करते थे ।
Diwali par Ram ki jaga kyun ki jati hai Lakshmi or Ganesh ki puja
इसी कारन से कार्तिक अमाबाश्या तिथि को माँ लक्ष्मी की पूजा की जाती हे । लक्ष्मी के मन में और कोई गलती ना कर दे इसीलिए उसकी पुत्र गणेश और सरस्वती को भी पूजा की जाती हे ।